Pulse Candy owner : हमारे देश में 1 रूपये की टॉफी Pulse Candy ने कुछ ही सालों में ₹750 करोड़ से भी ज़्यादा की कमाई कर ली। ये कोई मामूली उपलब्धि नहीं थी, खासकर उस बाजार में जहाँ एक रूपये की चीज़ें आमतौर पर ज्यादा मुनाफा नहीं देतीं। तो आखिर क्या था इसकी सफलता का राज?
Pulse Candy का आइडिया कहां से आया?
मशहूर Pulse Candy को बनाया था DS Group (Dharampal Satyapal Group) ने, जो पहले से ही Rajnigandha, Catch Spices जैसी ब्रांड्स के लिए मशहूर था। आइडिया आया एक बेहद साधारण (Pulse Candy owner) भारतीय स्वाद से — “आम के अचार” यानी खट्टा-मीठा-नमकीन स्वाद, जिसे हर भारतीय पसंद करता है।
कितने रुपये में मिलती है पल्स कैंडी
नोएडा स्थित इस कंपनी ने सिर्फ 1 रुपये (Pulse Candy Price) में पल्स कैंडी लॉन्च किया. वर्ड ऑफ माउथ और अपने स्वाद की बदौलत नौ सालों में एक बड़ा ब्रांड बन गई.
कितनी है Pulse Candy कंपनी की कीमत
धरमपाल सत्यपाल ग्रुप (DS Group) के वाइस-चेयरमैन राजीव कुमार (Pulse Candy owner) की माने तो पल्स कैंडी ब्रांड दो सालों में 1000 करोड़ रुपये के सेल का आंकड़ा पार कर लेगी. वित्त वर्ष 2025 में इस कैंडी ने 750 करोड़ रुपये की कमाई की. इस कैंडी को बनाने वाली कंपनी डीएस ग्रुप के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने अपनी टीम से बस एक बात कही कि ऐसी टॉफी बनाओ कि जिसे खाने के बाद खाने वाले की आंखें अपने आप बंद हो जाए. अगर नहीं तो फिर कोई मजा नहीं
सफलता के प्रमुख कारण
- अनूठा स्वाद – मीठा और नमकीन का अनोखा कॉम्बिनेशन
- कम कीमत – सिर्फ 1 रूपया, हर वर्ग तक पहुंच
- माउथ पब्लिसिटी – बिना ज्यादा विज्ञापन के ही लोगों में खुद फैल गया
- स्मार्ट पैकेजिंग – यूथ को आकर्षित करने वाला डिजाइन
- मास अपील – बच्चों से लेकर बड़ों तक सबका पसंदीदा
बिक्री और सफलता की रफ्तार
पल्स ने कम कीमत, बढ़िया रिटेल्स मार्जिन और अपने लार्ज डिस्ट्रीब्यूशन की बदौलत सफलता हासिल की. एक साल के भीतर पल्स 8.5 लाख रिटल आउटलेट पर बिकने लगा. 255 डिस्ट्रीब्यूटर्स का विशाल नेटवर्क उनके पास है. DS ग्रुप के पास डिस्ट्रीब्यूशन का बड़ा नेटवर्क मौजूद था. लोकल पानवाले से लेकर मेगा रिटेल शॉप, मॉल में पल्स की कैंडी बिकने लगी.
2015 में लॉन्च हुई Pulse Candy सिर्फ 8 महीनों में 100 करोड़ का टर्नओवर आगे चलकर ₹750 करोड़ से ज्यादा की कमाई कई ब्रांड्स ने इसको कॉपी करने की कोशिश की, लेकिन Pulse की पकड़ सबसे मजबूत रही.